तुम महकती हो हमेशा हर चमन में
पाया है तुम्हे हरजगह नाजनीनो की तरहा
एक दिन तुम्हे मांग ही लूँगा तुम्ही से यारा
न दगा देना तुमभी उन हसीनो की तरहा
न भूलूंगा तेरा चेहरा बसा के दिल में
रखा है रखूँगा हमेशा अमीरों की तरहा
तेरी हर याद को संजोया है मैंने अब तक
ये बसी है मनमंदिर में नगीनों की तरहा
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