Friday, February 15, 2013



हर हसीना से नजर चुराने लगे
तुम से नजर मिली तो मुस्कुराने लगे 

हर हसीना को कमतर पाने लगे 
तुम्हारी सूरत दिल  में बसाने लगे 

तेरी मूहब्बत का लुत्फ़ उठाने लगे 
दिल के दरवाजे खोल दे रेयाज़ 
सनम इसमें तसरीफ लाने लगे 

मौत से कम जुदाई से घबराने लगे 
पर तुम मेरे साथ हो इसलिए 
जमाने की नजर से नजर मिलाने लगे 

Thursday, February 14, 2013





मेरे जिस्म के हर हिस्से पे तेरे होंटों के निशान होंगे
तेरे जिस्म के हर हिस्से पे मेरा वजूद

तेरे जिस्म से कस्तूरी की महक आती होगी
मै तुझमे और तुम मुझमे खो जाते होंगे

दूर आसमान में काली घटा छा जाती होगी
 टिप टिप बारिश की बुँदे गिरते होंगे

मिलन की आखिरी बेला में हम दोनों
बारिश में खूब नहाते होंगे



Sunday, February 3, 2013

तेरा प्यार मुझसे सब करा लेगा
जो अब  तक न किया 

तेरी इक ख़ामोशी कई सवाल पैदा करते है 
जिसका जवाब अब तक न दिया 

तेरी बातों में वो कशिश है के 
किसी बहाने से वो बात करते है
जो अब तक किसी से न किया 

तेरा वो  बातो बातो में खिलखिलाकर 
हँसना तो  जैसे मन में मिशरी घोले 
ऐसा तो पहले किसी ने न किया 

तेरे हुश्न का जादू  ऐसा चला के 
इस कदर मदहोश किसी ने न किया 

जैसी हो वैसी ही रहना तेरे प्यार ने 
मुझे रात भर सोने न दिया 

 हर वो बात मानूँगा जो तुम कहोगे 
तेरी ख़ामोशी ने मुझे चैन से रहने न दिया 

कल शाम तू मुझसे न  मिली 
तेरी याद ने नींद से सोने न दिया