Friday, December 7, 2012
चमकते चाँद को देखा था
जो कहीं गूम हो गया है
कुसूर मेरी आँखों का है
जो तेरा अक्स ढू न्ढ रहा है
चाँद तो चाँद है तेरा अक्स हो नहीं सकता
ये जालिम दिल ही ऐसा है
जिसे तेरा अक्स कही और दिख गया है
जिसमे तेरा अक्स दिख रहा है
उसका दिल एक तितली की तरह है
जिसका ठिकाना बार बार बदल रहा है
क्योकि ये उसकी फितरत में शामिल हो गया है
तू कभी ऐसी न थी,
जाने तेरे दिल आलम ऐसा क्यों हो गया है
जो कहीं गूम हो गया है
कुसूर मेरी आँखों का है
जो तेरा अक्स ढू न्ढ रहा है
चाँद तो चाँद है तेरा अक्स हो नहीं सकता
ये जालिम दिल ही ऐसा है
जिसे तेरा अक्स कही और दिख गया है
जिसमे तेरा अक्स दिख रहा है
उसका दिल एक तितली की तरह है
जिसका ठिकाना बार बार बदल रहा है
क्योकि ये उसकी फितरत में शामिल हो गया है
तू कभी ऐसी न थी,
जाने तेरे दिल आलम ऐसा क्यों हो गया है
Saturday, October 27, 2012
Friday, August 31, 2012
ये दुनियां चोर लुटेरों की
मक्कारों की होशियारों की
मेहनतकश की जिंदगी
बन गयी कठिन डगर अंगारों की
जिंदगी एक खिलौना बन गयी
चांदी हुई साहूकारों की
भागमभाग मची है हरसू
चारो ओर अंधियारा है
गैरों का हक मार मार के
जेब भरी ठेकेदारों की
अन्नाजी तो बोल रहे है
आओ कुछ अच्छा काम करें
लेकिन किसी ने सुध न ली
इन गूंगी बहरी सरकारों ने
अब सोये तो सो जाओगे
आओ मिलकर रक्षा करें
हम अपनी अधिकारों की
मक्कारों की होशियारों की
मेहनतकश की जिंदगी
बन गयी कठिन डगर अंगारों की
जिंदगी एक खिलौना बन गयी
चांदी हुई साहूकारों की
भागमभाग मची है हरसू
चारो ओर अंधियारा है
गैरों का हक मार मार के
जेब भरी ठेकेदारों की
अन्नाजी तो बोल रहे है
आओ कुछ अच्छा काम करें
लेकिन किसी ने सुध न ली
इन गूंगी बहरी सरकारों ने
अब सोये तो सो जाओगे
आओ मिलकर रक्षा करें
हम अपनी अधिकारों की
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