कल फिर तेरा अक्स देखा मैने एक हसीना में
दिल की बात जुबान पे आ गई पहले की तरहा
जब आँख खुली तो तेरी परछाई मिली उस नाजनीना में
तुम क्या बिछरे,
दिल दस्तक दे रहा है दिल पे
तुम जैसी एक हसीना के
ऐसा लगता है वो तुम ही हो,
बस तुम,
जरा बताओ ! क्या तुम फिर मिलोगी
परछाई बनकर उस नाजनीना में ?
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