Wednesday, December 3, 2014



यूं  ग़मज़दा होकर जिया नहीं जाता
जहर  जिंदगी का पिया नहीं जाता 

अब तो तेरा ही इक सहारा है रब्बा 
दर्दे दिल अब और सहा नहीं जाता 

कुछ मुझपे भी रहम करदे खुदा 
उनकी याद दिल से भुलाया नहीं जाता 

राह तकती है तेरी हरदम मेरी आँखें 
तेरे चहरे से नजर हटाया नहीं जाता 

आ लगजा गले शिकवे मिटाकर अबतो 
तुमबिन इक पल भी और जिया नहीं जाता 

No comments:

Post a Comment